आरती युगलकिशोर की कीजै | Aarti Yugal Kishore Ki Kije Lyrics
Aarti Yugal Kishore Ki Kije Lyrics: यह आरती भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी को समर्पित है। हिन्दू धर्म की मान्यता अनुसार बुधवार को जगत पालनकर्ता श्री कृष्ण की पुजा की जाती है, साथ ही कुछ भक्त जन अपने आराध्य के लिए व्रत भी रखते है। बुधवार की पुजा में "आरती युगलकिशोर की कीजै" आरती का पाठ व गायन किया जाता है।
आरती युगलकिशोर की कीजै
आरती युगलकिशोर की कीजै ।
तन मन धन न्योछावर कीजै ॥
गौरश्याम मुख निरखन लीजै ।
हरि का रूप नयन भरि पीजै ॥
रवि शशि कोटि बदन की शोभा ।
ताहि निरखि मेरो मन लोभा ॥
ओढ़े नील पीत पट सारी ।
कुंजबिहारी गिरिवरधारी ॥
फूलन सेज फूल की माला ।
रत्न सिंहासन बैठे नंदलाला ॥
कंचन थार कपूर की बाती ।
हरि आए निर्मल भई छाती ॥
श्री पुरुषोत्तम गिरिवरधारी ।
आरती करें सकल नर नारी ॥
नंदनंदन बृजभान किशोरी ।
परमानंद स्वामी अविचल जोरी ॥
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