श्री खाटू श्याम जी की आरती | Khatu Shyam ji ki aarti
Khatu Shyam ji ki Aarti: खाटू श्याम जी को शीश का दानी के नाम से भी जाना जाता है। इनके इस महान बलिदान को देखकर भगवन श्री कृष्ण ने वीर बर्बरीक को यह वरदान दिया कि यह संसार कलयुग में तुम्हारे मेरे नाम से श्याम, से घर घर में पूजेगा और तुम सब की कामना पूर्ण करोगे। आज श्याम बाबा के देश विदेश में हजारों कि संख्या में मंदिर हैं। खाटू श्याम जी को शीश के दानी, खाटू नरेश, श्याम सरकार, खाटू नाथ, मोर्विनंदन लख दातार श्री खाटू वाले के नाम से भी जानते हैं।
श्री खाटू श्याम जी की आरती - Khatu Shyam ji ki aarti
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे॥ ॐ
रतन जड़ित सिंहासन, सिर पर चंवर दुरे।
तन केसरिया बागो, कुण्डल श्रवण पड़े॥ ॐ
गल पुष्पों की माला, सिर पार मुकुट धरे।
खेवत धूप अग्नि पर दीपक ज्योति जले॥ ॐ
मोदक खीर चूरमा, सुवरण थाल भरे।
सेवक भोग लगावत, सेवा नित्य करे॥ ॐ
झांझ कटोरा और घडियावल, शंख मृदंग घुरे।
भक्त आरती गावे, जय-जयकार करे॥ ॐ
जो ध्यावे फल पावे, सब दुःख से उबरे।
सेवक जन निज मुख से, श्री श्याम श्याम उचरे॥ ॐ
श्री श्याम बिहारी जी की आरती, जो कोई नर गावे।
कहत भक्त - जन, मनवांछित फल पावे॥ ॐ
जय श्री श्याम हरे, बाबा जी श्री श्याम हरे।
निज भक्तों के तुमने, पूरण काज करे॥ ॐ